हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन दीपावली पर्व मनाया जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन पूजा करने से और माता लक्ष्मी की आराधना करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिवाली पर्व क्यों मनाई जाती है और दीवाली के एक दिन पहले छोटी दीवाली क्यों मनाई जाती है?
दीपावली पर्व से जुड़ी कई कथाएं शास्त्रों में वर्णित हैं। आइए जानते हैं…..
दिवाली से पहले से पहले छोटी दिवाली क्यों मनाई जाती है
शास्त्रों में इस बात का भी वर्णन मिलता है कि जब नरकासुर नामक राक्षस ने तीनों लोकों में अपने आतंक से हाहाकार मचा दिया था। तब सभी देवी-देवता व ऋषि मुनि उसके अत्याचार से परेशान हो गए थे। तब भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था। इसी विजय के उपलक्ष में 2 दिन तक खुशियां मनाई गई थी। जिसे नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली और दिवाली के रूप में जाना जाता है।
दीवाली क्यों मनाया जाता है…
- हिंदू धर्म शास्त्र के महाकाव्य रामायण के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या के दिन भगवान श्री राम लक्ष्मण और सीता के साथ लंका से रावण पर विजय प्राप्त करके अयोध्या वापस आए थे और उनके आने की खुशी में पूरे अयोध्या को घी के दिए से प्रजवलित किया गया था और उनका स्वागत किया गया था। इस दिन को भगवान राम की जीत की खुशी के तौर पर मनाया जाता है।तब से हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को दीपावली का त्योहार उसी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
- पांडवों की हुई थी वापसी हिंदू धर्म शास्त्र के मुताबिक महाभारत एक महाकाव्य है। जिसके मुताबिक कार्तिक अमावस्या के दिन ही पांडव 12 साल के वनवास के बाद वापस लौटे थे, उनके आने की खुशी में प्रजा उनके स्वागत के लिए दिए जलाई थी। इस कारण भी दीपावली का पर्व मनाया जाता है।
- राजा विक्रमादित्य प्राचीन भारत के महान सम्राट थे। वह आदर्श राजा थे। उन्हें उनकी उदारता, साहस के लिए जाना है। कहा जाता है कि कार्तिक अमावस्या को ही उनका राज्याभिषेक हुआ था। ऐसे धर्मनिष्ठ राजा की याद में तभी से दीपावली का त्योहार मनाया जाता है।
- जैन धर्म क्यों मानते है दीवाली
जैन धर्म में दीपावली भगवान महावीर के निर्वाण दिवस (रात्रि ) के रूप में मनाई जाती है । इस रात भगवान महावीर को केवल ज्ञान प्राप्त हुआ था । यह रात्रि वीर संवत अर्थात जैन धर्म के नव वर्ष के रूप में भी मनाई जाती है । - बौद्ध धर्म में दीवाली क्यों मानते है ..
बौद्ध धर्म में दिवाली इसलिये नहीं मनाई जाती कि इस दिन भगवान राम अयोध्या वापस लौटे थे, बल्कि इसलिये मनाई जाती है कि इस दिन गौतम बुद्ध अपनी जन्मभूमि कपिलवस्तु में 18 वर्षों के पश्चात वापस लौटे थे। - दिवाली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा क्यों करते है……… दीपावली के दिन मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था, मां लक्ष्मी धन की देवी है। हिंदू धर्म और शास्त्र के मुताबिक यह कहा जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन समुद्र मंथन के दौरान मां लक्ष्मी की उत्पत्ति हुई थी। इसलिए दीपावली के दिन मां लक्ष्मी का जन्मदिन मनाया जाता है और उनकी पूजा की जाती है।।