हिंदू धर्म में स्वास्तिक चिन्ह का बहुत महत्व होता है , इसलिए हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य के पहले स्वास्तिक चिन्ह बनाया जाता है । यह प्रथा सदियों से चली आ रही है , जिसमें कुमकुम, सिंदूर या हल्दी से स्वास्तिक चिन्ह बनाते हैं । ऐसा माना जाता है कि स्वास्तिक चिन्ह को मंगल ग्रह का प्रतीक माना जाता है । घर में खुशहाली लाने का यह एक आसान तरीका है। स्वास्तिक एक चार भुजा वाला चिन्ह है, जो घड़ी की सुई की दिशा में बनाया जाता है । यह चार प्रमुख दिशा तथा जीवन के चार चरणों का भी प्रतिनिधित्व करता है । स्वास्तिक को सूर्य का प्रतीक भी माना जाता है। इससे जीवन में सकारात्मक प्रभाव होता है तथा यह नेगेटिव प्रभाव को दूर करता है। इससे घर में समृद्धि आती है ।घर के मुख्य द्वार पर इसे बनाने से शुभता आती है तथा भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।