छिंदवाड़ा के चौरई में पत्रकार ललित डेहरिया के साथ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा मारपीट किए जाने के मामले का खुलासा हो गया है । छिंदवाड़ा पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री द्वारा पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों ललित डेहरिया , पिता रामाधार , उम्र 48 साल निवासी वार्ड नं. 14 चौरई थाना पर अज्ञात व्यक्तियो द्वारा मार पीट की गई थी। जिसके बाद उसे पहले शासकीय अस्पताल चौरई में और बाद में क्लेरिस अस्पताल छिंदवाड़ा में भर्ती कराया गया था ।
इस मामले में अज्ञात आरोपियों की जानकारी जुटाने एवं गिरफ्तारी हेतु SIT टीम गठित की गई थी । चौरई से लेकर छिंदवाड़ा तक के CCTV देखे गये, CCTV फुटेज के आधार पर कुछ संदेही चिन्हित किए गये तथा उनकी गतिविधियों पर लगातार नजर रखी गई। पुलिस टीम के अथक प्रयासों से आरोपीगणों की पहचान हुई, जिनमें आरोपी (1) इकरार उर्फ इक्कू सिद्दिकी (2) मोहम्मद कैफ उर्फ कैफी सिद्दिकी (3) जिसान खान चिन्हित किए गये।
पूछताछ में नाजिल खान के द्वारा बताया गया कि इसके परिचित के चौरई निवासी शुभम उर्फ शुभ्भू खण्डेलवाल ने कहा कि चौरई निवासी पत्रकार ललित उसके विरूद्ध न्यूज छापने वाला है जिसकों सबक सिखाने के लिए उस पर हमला करवाना है जिसके लिए में तुमको 40,000/- रूपये दूँगा ।
घटना के मामले का आरोपी शुभम उर्फ शुभ्भू खण्डेलवाल जो चौरई राईस मिल का मालिक है जिसकी “महालक्ष्मी राईल मिल” में वर्ष 2023 के अक्टूबर माह में नागरिक अपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव की टीम के द्वारा भौतिक सत्यापन किए जाने पर मिल मैं स्टाक से कम धान पाये जाने पर आरोपी शुभम उर्फ शुभ्भू खण्डेलवाल के विरूद्ध अक्टूबर माह 2023 में थाना चौरई में आवश्यक वस्तु अधिनियम अंतर्गत FIR दर्ज कराई गई थी, चूंकि आरोपी को सरकार द्वारा मिलने वाली मिलिंग की राशी करीब 1 करोड़ रूपये पर होल्ड लग गया था, जो आरोपी शुभम उर्फ शुभ्भू खण्डेलवाल द्वारा अपने रिसोर्स के माध्यम से सरकार द्वारा मिलने वाली राशि धीरे- धीरे निकलवा रहा था, जो चौरई क्षेत्र निवासी घायल पत्रकार ललित डेहरिया जिसे सरकार द्वारा आरोपी शुभम उर्फ शुभ्भू खण्डेलवाल को दी जा रही मिलिंग की रूकी हुई राशि मिलने का ज्ञान था, तथा आरोपी शुभम उर्फ शुभ्भू खण्डेलवाल को चौरई के लोगों से पता चला की पत्रकार ललित डेहरिया उसकी राईस मिल के संबंध में तथा उसे सरकार द्वारा दी जा रही राशि मिलने के संबंध में पेपर में छापने वाला है तब आरोपी शुभम उर्फ शुभ्भू खण्डेलवाल को लगा की यदि यह बात पेपर में प्रकाशित हो गई तो लोगों को पता चलेगा जिससे उसकी रूकी हुई राशि 75 लाख रूपये जो सरकार को देना है वह नहीं मिलेगी। इसके कारण उसने पत्रकार पर हमला करवाया।