खबर मध्यप्रदेश ।।दिवाली का पर्व कुल 5 दिन चलता है, जो धनतेरस के दिन से शुरू हो जाता है। “धनतेरस” संस्कृत शब्द “धन” से लिया गया है, जिसका अर्थ है धन और शब्द “तेरस” जिसका अर्थ है तेरह यानी धन का तेरह गुना। यह दिन भगवान को प्रसन्न करके धन की प्राप्ति का दिन माना गया है।
इस साल धनतेरस 10 नवंबर दिन शुक्रवार को पड़ रहा है. धन और संपन्नता के लिए इस दिन कुबेर देव की पूजा होती है. धनतेरस के दिन सोना-चांदी और नए बर्तन खरीदने की परंपरा है. कहते हैं कि इस दिन खरीदारी से धन-संपत्ति में 13 गुना वृद्धि होती है।
कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है. इस साल धनतेरस 10 नवंबर दिन शुक्रवार को पड़ रहा है. ऐसी मान्यता है कि इसी दिन समुद्र मंथन से अमृत कलश निकला था और देवताओं के वैद्य धनवंतरी अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे. इसलिए आरोग्य के लिए इस दिन धनवंतरी की उपासना होती है. ये दिन कुबेर का दिन भी माना जाता है. धन और संपन्नता के लिए इस दिन कुबेर देव की पूजा होती है. धनतेरस के दिन सोना-चांदी और नए बर्तन खरीदने की परंपरा है.
धनतेरस पर आप धातु से बना कोई पानी का बर्तन खरीद सकते हैं. इस दिन गणेश और लक्ष्मी की अलग-अलग मूर्तियां खरीदें. खील-बताशे, मिट्टी के दीपक जरूर खरीदें. अंकों का बना हुआ धन का कोई यंत्र भी खरीदें. इस दिन सोने-चांदी के आभूषण खरीदना भी बहुत शुभ माना जाता है.
धनतेरस के पहले ही दिवाली की सफाई कर लें. कुबेर और धनवंतरी की एकसाथ पूजा करें.
धनतेरस 2023 खरीदारी का शुभ समय:
धनतेरस पर खरीदारी और दान का शुभ समय शाम 5:46 बजे शुरू होगा और 7:42 बजे समाप्त होगा।
इस दिन सोना, चांदी, पीतल या स्टील ही खरीदें. धनतेरस के दिन लोहा या प्लास्टिक की चीजें खरीदने से बचें. धनतेरस के दिन जरूरतमंदों को दान करने से विशेष लाभ होगा.