अभिभावको के हितों में लड़ने वाला प्रदेश स्तरीय संगठन पालक महासंघ ने पुस्तक मेला जल्दी लगाने की मांग की। संघ के जिलाध्यक्ष राजेश जैन ने बताया कि प्राइवेट स्कूलों की द्वारा निर्धारित दुकानों से पुस्तको और गणवेश की विक्री की जाती है जिससे पालकों को ऊंचे दामों में सामग्री खरीदी पड़ती है जिससे मुनाफा खोरी को बढ़ावा मिल रहा है विगत वर्ष पुस्तक मेले की अच्छी शुरुआत प्रशासन द्वारा की गई किंतु यह मेला मई माह में लगाया गया था जिससे कोई खास लाभ नही हुआ पहले ही पुस्तके बिक्री कर दी गई थी। अभी इसे मार्च माह के प्रथम सप्ताह में लगाए जाने की मांग पालक महासंघ ने प्रशासन व शिक्षा विभाग से की है। जहां दुकानदारों से अधिक से अधिक प्रतिशत में छूट देने का भी आग्रह किया गया है यह व्यवस्था हो तो पालको को वास्तव में राहत मिलेगी। स्कूलों की गणवेश तीन वर्ष से पहले न बदली जावे। विगत सत्र में छिंदवाड़ा में प्राइवेट स्कूलों की करोड़ो की पुस्तकें महंगे दामो में बेची गई थी, इस पर रोक लगना चाहिए व स्कूल संचालकों व दुकानदारों पर नियम तोडने पर कार्यवाही की जाने के निर्देश प्रसारित किए जावे