खबर मध्यप्रदेश ।। क्या आपका भी किसी बैंक में लॉकर है रहना जरूरी है। आधे से ज्यादा बैंक लॉकर होल्डर्स केवाईसी के बढ़ते पचड़े और लॉकर का चार्ज बढ़ने के कारण इसे बंद करने के बारे में सोच रहे हैं।
एक सर्वे से यह जानकारी सामने आई है, इतना ही नहीं काफी लोग लॉकर बंद करने का फैसला भी कर चुके हैं. सर्वे की जारी रिपोर्ट के अनुसार कुछ ग्राहक ऐसे भी हैं जो इस कारण से लॉकर का साइज कम करने की योजना भी बना रहे हैं.
नए नियम 1 जनवरी से लागू हो रहे
सर्वे को 11000 से ज्यादा लोगों पर किया गया। इसमें कहा गया कि बैंकों की तरफ से लगातार बढ़ाए जा रहे चार्ज के कारण 36 प्रतिशत लॉकर यूजर्स ने बैंक लॉकर बंद कर दिए हैं। 16 परसेंट ने कहा कि वे छोटे साइज के लॉकर में ट्रांसफर हो जाएंगे। वहीं, चार प्रतिशत लॉकर बंद करने पर विचार कर रहे थे। बैंक सुरक्षित जमा लॉकर के लिए नए नियम 1 जनवरी से लागू हो रहे हैं। इससे पहले, बैंक कस्टमर को कागजी कार्रवाई के लिए जरूरी केवाईसी डॉक्यूमेंट के साथ ब्रांच में बुला रहे हैं।
इसमें कहा गया कि हाल के सालों में लॉकर फीस बढ़ गई है। आरबीआई के अनुसार ग्राहकों को 31 दिसंबर तक लॉकर के लिए अपने बैंक के साथ नए एग्रीमेंट पर साइन करने होंगे। लॉकर फीस में इजाफा होने के कारण पिछले तीन सालों में सर्वे में शामिल 56 फीसदी लॉकरहोल्डर्स ने या तो इसे छोड़ दिया है या जल्द बंद करने की सोच रहे हैं। कुछ बैंक ग्राहक या छोटे आकार के लॉकर में स्थानांतरित होने की योजना बना रहे हैं।
31 दिसंबर तक साइन कर लें एग्रीमेंट
आरबीआई (RBI) की तरफ से बैंक लॉकर एग्रीमेंट साइन करने की अंतिम तिथि को पिछले दिनों बढ़ाकर 31 दिसंबर 2023 कर दिया गया था। पहले ग्राहकों को 1 जनवरी 2023 तक एग्रीमेंट साइन करने थे। नए नियम के अनुसार बैंक और ग्राहकों को एग्रीमेंट में यह साफतौर पर यह जिक्र करना होगा कि आप लॉकर में किस तरह का सामान रख सकते हैं। बैंक में कीमती चीजों को रखने के लिए लॉकर की सुविधा लेने वाले लोगों से बैंक नए तरह के चार्ज वसूलना शुरू कर रहे हैं।