छिंदवाड़ा – 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए स्कूलों में सरकार द्वारा वैक्सीन लगाई जा रही है पर इसमें गड़बड़ी की लगातार शिकायतें आ रही है जिन बच्चों को पहला डोज लग गया है उनको दूसरे डोज लगे बिना ही उनका प्रमाण पत्र जारी होकर उनके अभिभावकों के मोबाइल में आ जा रहा है । ऐसे कई मामले शहर के पोद्दार स्कूल में देखने को मिले है । जिनमे से एक मामला सातवीं क्लास के कुश सिंह के साथ हुआ। 18 जून को उनके पेरेंट्स के मोबाइल पर वैक्सीन के दूसरी डोज़ के लगने का प्रमाण पत्र का मैसेज मोबाइल पर आया लेकिन कुश को कोई वैक्सीन नहीं लगी थी । जब स्कूल के प्रिंसपल से इस सम्बंध पर पूछा गया तो उन्होंने भी बताया कि ऐसे अन्य और अभिभावकों के भी फोन आए जिनके पास बिना दूसरा डोज लगे प्रमाण पत्र जारी हो गया है। उन्होंने इस संबंध में टीकाकरण अधिकारी से बातचीत की बात कही है । जब हमने जिला स्वास्थ्य अधिकारी से बात की तो तो उन्होंने इस बात से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि पोर्टल में इस तरह की गड़बड़ी होने से ऐसे प्रमाण पत्र जारी हो जाते हैं ।
अधिकारी कुछ भी कहे अपने टारगेट को पूरा करने के लिए इस तरह के कई मामले इसके पहले भी देखने को मिले हैं । अब देखना है कि यह सिर्फ एक ही स्कूल का मामला है कि अन्य स्कूलों में भी इस तरह बच्चों के फर्जी प्रमाण पत्र जारी हुए हैं।